फ्रॉड करने वाले आपको अक्सर ऐसे चेक देते हैं,जो बैंक में लगाने पर बाउंस हो जाते हैं, साधारण भाषा में कहे तो चेक काटने वाले के बैंक खाते में उतने पैसे ही नहीं होते हैं,जितने का वह चेक इश्यू कर देता है, ऐसा होने के बाद सजा का प्रावधान भी है लेकिन व्यवहार में लोग बच जाते हैं, क्योंकि पीड़ित व्यक्ति कोई एक्शन नहीं लेता है.
लेकिन अब ऐसे लोग यानी जिनका चेक बाउंस होगा वो बच नहीं पाएंगे अगर सरकार का नया नियम लागू हो जाता है तो ! दरअसल चेक बाउंस के मामलों से निपटने के लिए वित्त मंत्रालय सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है.
नए नियमों के तहत अगर किसी व्यक्ति का चेक बाउंस होता है तो चेक इश्यू करने वाले व्यक्ति के उस बैंक अकाउंट से पैसे काट लिए जाएंगे जिसमें धनराशि होगी.ऐसे लोगों के नया बैंक अकाउंट खोलने पर भी रोक लगाई जा सकती है.
वित्त मंत्रालय द्वारा हाल ही में चेक बाउंस के मामले पर एक बैठक बुलाई थी,इस बैठक में कई सुझाव निकल कर सामने आए हैं.चेक बाउंस जैसे मामले कानूनी प्रणाली पर अतरिक्त भार डालते हैं,ऐसे भार को कम करने के लिए ही सुझाव दिया गया है की चेक जारी करने वाले के खाते में पर्याप्त पैसा नहीं होने पर उसके अन्य खातों से धनराशि काट ली जाए, ऐसे कदम उठाने से चेक बाउंस के मामले कानूनी प्रक्रिया में जाने से पहले ही सुलझा लिए जाएंगे और इससे कानूनी प्रणाली पर भार भी कम होगा.
सरकार अगर उपरोक्त कदम उठाने में कामयाब हो गई तो निश्चित रूप से चेक बाउंस के मामलों में कमी आयेगी और चेक फ्रॉड संबंधी घटनाओं पर रोक लगाया जा सकेगा.