म्यूचुअल फंड्स के निवेश पर अधिक लाभ कैसे प्राप्त करें | More Returns on Mutual Funds

“म्यूचुअल फंड्स आर सब्जेक्ट टू मार्केट रिस्क” लेकिन फिर भी म्यूचुअल फंड्स निवेश का एक लोकप्रिय विकल्प बना हुआ है और आम जनों में इसकी लोकप्रियता धीरे-धीरे ही सहीं लेकिन लगातार बढ़ती ही जा रही है. हम सभी लोग म्यूच्यूअल फण्ड के निवेश पर अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए ही इस विकल्प का चयन करते हैं यह जानते हुए भी की यहां एक रिस्क तो है ही! (रिस्क है तो इश्क है)

म्यूचुअल फंड्स की लोकप्रियता बढ़ने के पीछे प्रमुख कारण यह है की ये पारंपरिक निवेश के विकल्पों की अपेक्षा अधिक रिटर्न की संभावना प्रदान करते हैं, हालांकि यह समझना  महत्वपूर्ण है की किसी म्यूचुअल फंड का पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं है.

आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हम कुछ ऐसे तरीकों पर बात करेंगे जो म्यूचुअल फंड्स में आपके निवेश के लाभ को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं-

लंबी अवधि के लिए निवेश करें

निवेशकों को लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए.लंबी अवधि के लिए निवेश करने से निवेशकों पर बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता है और निवेशक अपने निवेश को बढ़ने का अधिक समय दे सकते हैं. निवेशकों को बाजार को टाइम करने की कोशिश करने से बचना चाहिए तथा शार्ट टर्म प्रदर्शन के आधार भावनात्मक निर्णय लेने से भी बचना चाहिए.

निवेशित रहें

निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर बार-बार खरीदारी और बिक्री के फैसले लेने से बचना चाहिए, इससे लेन-देन की लागत बढ़ सकती है और निवेशकों का रिटर्न कम हो सकता है.लगातार निवेशित रह कर आप अपने रिटर्न को बढ़ा सकते हैं.साथ ही बाजार के गिरने पर अगर संभव हो तो आपको अपने SIP के अमाउंट को बढ़ा देना चाहिए जिससे गिरते मार्केट में आप ज्यादा यूनिट्स एक्वायर कर सकें. (आप SIP अमाउंट को Zerodha Coin के प्लेटफॉर्म से बहुत ही आसानी से घटा या बढ़ा कर सकते हैं.)

इंडेक्स फंड में निवेश करें  

इंडेक्स फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो एक विशेष मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करता है, जैसे कि S&P 500, निफ्टी 50, सेंसेक्स आदि. इन फंडों की प्रबंधन फीस कम होती है और लंबे समयावधि में इंडेक्स फंडों ने सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों की तुलना में अच्छा या बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया है.

अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं

अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में न रखें. इसके बजाय, अपने निवेश को इक्विटी, डेट और इंटरनेशनल फंड जैसे विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड में डाइवर्सिफाई करें. यह जोखिम को कम करने और निवेशकों के रिटर्न को अधिकतम करने में मदद करता है.

डायरेक्ट म्यूचुअल फंड चुनें

निवेशक अपनी पूंजी को डायरेक्ट प्लान में निवेश कर 1% से 1.5% तक का ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं. रेगुलर म्युचुअल फंड की तुलना में डायरेक्ट प्लान अधिक बेहतर है क्योंकि निवेशकों को फंड हाउस को कम शुक्ल  का भुगतान करना पड़ता है इसके पीछे का कारण डायरेक्ट म्यूचुअल फंड्स के एक्सपेंस रेशियो का कम होना है.यह एक परसेंट की बचत भले आपको छोटी दिखती हो लेकिन लंबे समय में यह निवेशकों के पोर्टफोलियो को काफी प्रभावित करते हैं.

लंपसम के बजाय एस.आई.पी. चुनें

निवेशकों को अपनी पूंजी को एकमुश्त में निवेश करने के बजाय व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) के माध्यम से निवेश करना चाहिए. इससे नियमित रूप से छोटी राशि का निवेश कर अधिक यूनिट्स जुटाई जा सकती हैं. लंपसम निवेश के विपरीत,SIP के लिए सर्वोत्तम समय के बारे में सोचने की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है.लंपसम निवेश में, निवेशकों को उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए बाजार के गिरने का इंतजार करना पड़ता है, लेकिन ऐसा कब होगा इसकी भविष्यवाणी करना लगभग असंभव है.

नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा और पुनर्संतुलन करें

यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें कि यह अभी भी आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता साथ तारतम्यता रखता है या नहीं !अपने निवेश को विविधतापूर्ण बनाए रखने के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार अपने पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित भी करें.

दोस्तों, यह याद रखना हमेशा महत्वपूर्ण है कि म्युचुअल फंड बाजार जोखिम के अधीन हैं और पिछला प्रदर्शन भविष्य के परिणामों की गारंटी नहीं है. हमेशा की तरह, कोई भी निवेश संबंधी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें.

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धन्यवाद!

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